किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 1 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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किस्मत से मिला रिश्ता भाग - 1

कौन है ये तनवी..?”

 

मुम्बई में, एक 30 मंजिला इमारत में,

 

एक शख्स अपने केबिन में अपनी किंग साइज कुर्सी पर बैठकर अपने किसी खास आदमी पर गुस्सा करते हुए कहता है,

 

" आज के आज मेरी तनवी को ढूंढ के निकालो, मैं तुमसे कब से कह रहा हु कि मुझे तनवी चाहिए तो चाहिए और वो भी सही सलामत समझ में नहीं आ रहा है क्या तुम्हे...! "

 

आज एक बड़ी सी बिल्डिंग में एक शख्स अपनी किंग साइज कुर्सी पर बैठा होता है और सब पर अपना गुस्सा निकल रहा होता है क्योंकि तनवी पिछले चार दिनों से गायब होती है..!

 

यह शख्स गुस्से में किसी को बोल रहा होता है,

 

" और अगर तुम यह काम नही कर सके ना तो खुद से ही जहर खाकर मर जाना, नहीं तो मैं तुम्हे ऐसी मौत दूंगा की तुम्हारे सात पुस्ते भी जन्म लेने से कतराएंगी...! "

 

फिर अपना फोन टेबल पर फेंक देता है..!

 

उस शख्स के बगल में खड़ा उस का पी ए अपने बॉस का गुस्सा देख, वो थर थर कांप रहा होता है साथ में अपने बॉस को कुछ कहने लायक तो बिलकुल भी नहीं होता है..!

 

उस शख्स के पी ए का नाम आकाश तिवारी होता है और उसकी उम्र 25 वर्ष होती हैं और उसकी हाइट 5"9 होती हैं, और आकाश ही उस शख्स के ऑफिस का सारा काम देखता है..!

 

एक बार फिर उस शक्श का फोन रिंग करने लगता है तो कोई आदमी, उस शख्स को फोन पर बता रहा होता है,

 

"बॉस, तनवी मैम का पता चल गया है और वो अभी देहरादून के सिटी हॉस्पिटल में एडमिट है, ये मुझे मेरे आदमियों ने बताया है..!"

 

अपनी आदमी की बात सुन, अब वो शख्स, आकाश से बोलता है,

 

" आकाश, जल्दी से अभी के अभी देहरादून के लिए जेट तैयार करवाओ, मुझे अभी वहा जाना है..! "

 

उस शक्श यानी अपने बॉस की बात सुनकर, अब आकाश अपने बॉस से कहता है,

 

" जी बॉस, मै अभी जाकर तैयारी कर देता हूं..!"

 

अपनी बात कहकर, आकाश वहा उस केबिन से निकल जाता हैं या ये कहो कि उसको वहा से भागने का मौका मिल गया हो क्यूंकि उसको अपने बॉस के गुस्से से बहुत ज्यादा ही डर लगता है और उसकी एक वजह ये भी है कि उसका बॉस अपने गुस्से में कुछ भी कर सकता है..!

 

करीब 15 मिनट बाद,

 

अब आकाश वापस उस शक्श के केबिन में जाता है और अपने बॉस से कहता है,

 

" बॉस सारी तैयारी हो गई है आप आ जाइए...!"

 

जब उस शक्श ने आकाश की बात सुनी तो अब वो अपनी किंग साइज कुर्सी से उठ खड़ा हो जाता है और अपने थ्री पीस सूट के कोट के बटन लगाने लगता है और एक हाथ से ब्लैक गोगल्स पहन लेता है और दूसरे हाथ से अपने फोन को ले लेता है और फुल टशन के साथ अपने केबिन से बाहर निकलने लगता है..!

 

उस शक्श के अपने केबिन से निकल जाने पर अब आकाश भी अपने बॉस के केबिन से बाहर निकलने लगता है और साथ में केबिन का दरवाजा लॉक भी कर देता है..!

 

अब अपने केबिन के बाहर आने के कुछ ही दूरी पर लिफ्ट होती हैं जिसका बटन आकाश प्रेस कर देता है और वो लिफ्ट खुल जाती हैं तो पहले वो शख्स अंदर जाता है और उसके बाद आकाश भी उस शख्स के साइड में जाकर खड़ा हो जाता है और लिफ्ट में लास्ट फ्लोर पर जाने के लिए उसके बटन को प्रेस करता है..!

 

और कुछ ही देर में वो शख्स अब आकाश के साथ लास्ट फ्लोर पर पहुंच जाता हैं तो वहा पर एक जेट खड़ा हुआ होता है जो अभी कुछ देर पहले ही वहा आया था..!

 

अब वो शक्श, आकाश के साथ उस जेट में जाकर बैठ जाता है और साथ में उन दोनो के साथ उस शक्श के कुछ बॉडीगार्ड्स भी उसके साथ मौजूद होते है और वो सबके सब अब देहरादून के लिए निकल जाते है..!

 

करीब 4 घंटे के बाद देहरादून में,

 

उस शख्स का जेट एक 30 मंजिला इमारत के लास्ट फ्लोर पर लैंड हो जाता है और फिर वो शख्स, आकाश और अपने साथ आए बॉडीगार्ड्स के साथ फुल स्टाइल में बाहर निकल जाता है..!

 

साथ में ये इमारत भी उस शक्श की ही होती हैं क्योंकि उसका बिजनेस पूरे भारत में फैला हुआ होता है और उसकी मैन ब्रांच मुंबई है मगर बाकी ब्रांच हर स्टेट के राजधानी में मौजूद है, जैसे उत्तराखंड, भारत का एक स्टेट है और इसकी राजधानी देहरादून है..!

 

अब वो शक्श उस इमारत से नीचे ग्राउंड फ्लोर पर आ जाता हैं तो वहा पहले से ही 11 ब्लैक कलर की लक्जरी कार खड़ी हुई होती हैं जिनके साइड में कुछ और भी बॉडीगार्ड्स होते है और उस शख्स को देखकर सब उसको ग्रीट करते हैं..!

 

और साथ में एक बॉडीगार्ड उस शख्स के लिए कार का दरवाजा खोल देता है फिर वो शक्श कार में बैठ जाता है उस शक्श के साइड मे आकाश, आगे वाली सीट पर उसी शख्स का पर्सनल बॉडीगार्ड और ड्राइवर भी बैठ जाते है..!

 

और कुछ ही देर में सब ब्लैक कलर लक्जरी कार एक के पीछे एक वहा उस इमारत से निकलकर सिटी हॉस्पिटल की तरफ बढ़ने लगती हैं, साथ में उस शख्स की कार बाकी कार के बीच में चल रही होती है जैसे वो सब कार उस शख्स की कार को प्रोटेक्ट कर रही हो..!

 

कुछ देर बाद, देहरादून के सिटी हॉस्पिटल में,

 

आज पहली बार देहरादून के सिटी हॉस्पिटल में, रोज से कुछ ज्यादा ही लोग नजर आ रहे होते हैं क्योंकि आज यहा एक साथ इतनी सारी ब्लैक लक्जरी कार नजर नहीं आई होती है..!

 

आज देहरादून के सिटी हॉस्पिटल के बाहर की तरफ एक साथ 11 ब्लैक लक्जरी कार आती हैं और उन 10 ब्लैक लक्जरी कार में से बहुत सारे ब्लैक ड्रेस पहने बॉडीब्यूल्ड बॉडीगार्ड्स बाहर निकलते हैं..!

 

फिर वो सब बॉडीगार्ड्स सिटी हॉस्पिटल की हर जगह को अच्छे से देखने लगते हैं और जब उन सब बॉडीगार्ड्स को लगता है कि कुछ भी गलत या खराब नही है तो वो अपने हेड बॉडीगार्ड को खबर करते हैं..!

 

उस शख्स का हेड और पर्सनल बॉडीगार्ड उस शक्श से कहता है,

 

" बॉस अब आप बाहर आ सकते हैं सब कुछ हमारे अंडर में है..! "

 

उस शख्स के पर्सनल और हेड बॉडीगार्ड जिसका का नाम राज ठाकरे होता है, इसकी उम्र 27 वर्ष होती हैं और उसकी हाइट 6"3 और रंग गेरुआ पर दिखने में किसी हीरो से कम नहीं लगता है..!

 

और वो अपने बॉस को बचाने के लिए अपनी जान भी दाब पर लगा सकता है और किसी की जान लेने से भी नही कतराएगा..!

 

राज एक ब्लैक लक्जरी कार के पास जाता है और उस कार का गेट खोलता है जिसमें से एक 28 वर्ष का आदमी बाहर निकलता है जिसकी हाइट 6"5 होती हैं और उसका रंग गोरा होता है...!

 

साथ में 6 पैक एब्स और मस्कुलर बॉडी होती है उनकी गहरी भूरी आंखो में कोई आसानी से डूब सकता है और जो इनको देख ले तो देखता ही रह जाए..!

 

यह शख्स है हमारे फीमेल लीड के बड़े भाई, साथ मे जो है भारत के सबसे बड़े और दूसरे नंबर के बिजनेसमैन मिस्टर अभय सिंह राजपूत, यह है राजपूत कॉर्पोरेशन कंपनी के सीईओ और साथ में राजपूत परिवार के बड़े पोते भी है..!

 

वहा पर खड़े हर इंसान की नजर अब सिर्फ और सिर्फ अभय पर होती है और हो भी क्यों न हमारे दूसरे हीरो किसी से कम थोड़ी ना है..!

 

और वहा खड़ी लड़किया, नर्स, फीमेल डॉक्टर्स सब बस अभय को ही देखे जा रही होती है, साथ में वहा खड़े लड़के और मेल डॉक्टर अभय को देख जलभुन रहे होते हैं..!

 

अभय परेशान होते हुए पर अपनी परेशानी न दिखाते हुए अब राज से पूछता है,

 

" राज, बताओ मुझे कि तनवी किस रूम में एडमिट है....? "

 

राज, अपने बॉस के सवाल पर जवाब देता है,

 

" बॉस, तनवी मैम को इस सिटी हॉस्पिटल के आईसीयू रूम के भी स्पेशल वार्ड में एडमिट किया हुआ है..! "

 

तनवी सिंह राजपूत, हमारी कहानी की फीमेल लीड है जिनकी उम्र 24 वर्ष, हाइट 5"8 होती है और जो दिखने में किसी अफसरा से कम नही होती हैं पर साथ में बहुत घमंडी, और जिद्दी के साथ में बदतमीज भी होती है उसको जो एक बार में पसंद आ गया वो उसका हो जाता है..!

 

अभय, तनवी की हर ख्वाहिश पूरी करता है साथ में वो जो भी चाहती है उसको दे देता है क्योंकि अभय, तनवी को कभी भी अपने से दूर नहीं करना चाहता है..!

 

कहा गायब हो गई थी तनवी और तनवी मुंबई से देहरादून कैसे पहुंच गई होगी और साथ में उसको किसने देहरादून के सिटी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया होगा...?

 

To be Continued....

 

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